छात्रों को दरोगा ने अपशब्द कहा
छात्रों ने बताया कि मंदिर परिसर में खड़े कुछ छात्रों के बीच सामान्य बातचीत चल रही थी, तभी दरोगा मौके पर पहुंचे और बिना किसी ठोस वजह के उन्हें अपशब्द कहने लगें। छात्रों के विरोध करने पर पुलिस बल बुलाकर उन्हें जबरन हटाने की कोशिश की गई। इस दौरान कई छात्रों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई, जिससे माहौल गरमा गया।
छात्रों में भारी आक्रोश
छात्रों का कहना है कि पुलिस का यह रवैया न केवल अनुचित है बल्कि छात्र अधिकारों का सीधा उल्लंघन भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि चौकी इंचार्ज सतीश अक्सर परिसर में अनावश्यक दखल देते हैं और छात्रों को परेशान करते हैं। इस घटना के बाद छात्रों में भारी आक्रोश है। छात्रों नें विश्वविद्यालय प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।
आंदोलन की चेतावनी
इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी भी सवालों के घेरे में आ गई है। न कुलपति और न ही किसी अन्य अधिकारी ने इस पर कोई प्रतिक्रिया दी है। इसके चलते छात्रों में नाराजगी और बढ़ गई है। छात्र संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर इस मामले में जल्द न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
पुलिस जांच में जुटी
एसपी सिटी आयुष बिक्रम सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी में कई बार छात्रों के बीच मारपीट और फायरिंग जैसी घटनाएं हो चुकी हैं। इस लिए परिसर में गुटों में खड़े हुए छात्रों को हॉस्टल में जाने को कहा जाता है। इसी बात को लेकर छात्रों और चौकी इंचार्ज के बीच बहस हो गई थी। मामले की जांच की जा रही है।