लुधियाना समेत पंजाब के कई जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज हवा के साथ जोरदार बारिश हुई जिससे भीषण गर्मी से राहत मिली। रोपड़ में सबसे ज्यादा 36 मिलीमीटर और लुधियाना में 15 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने 20 जून तक हल्की वर्षा और 21-22 जून को भारी वर्षा की चेतावनी दी है। वर्षा धान की फसल के लिए फायदेमंद बताई जा रही है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। पिछले एक सप्ताह से भीषण गर्मी का सामना कर रहे लोगों के लिए सोमवार का दिन राहत लेकर आया। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राज्य के अधिकांश जिलों में तेज हवा के साथ जोरदार वर्षा हुई।
लुधियाना और रोपड़ में शाम साढ़े चार बजे से लेकर रात सात बजे तक तेज वर्षा हुई, जबकि फरीदकोट, मोगा, फाजिल्का, जालंधर, पटियाला, फिरोजपुर जैसे अन्य जिलों में हल्की वर्षा हुई गई।
रोपड़ में सर्वाधिक 36 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई, वहीं लुधियाना में 15 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विभाग चंडीगढ़ के अनुसार, अभी प्री मानसून की वर्षा हो रही है। 20 जून तक तेज हवा चलने और हल्की वर्षा की संभावना है, जबकि 21 और 22 जून को भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
वर्षा के कारण अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जबकि दोपहर में तापमान 34 से 37 डिग्री सेल्सियस रहा।
मोगा में अधिकतम तापमान 33.6, जालंधर में 34.9, और लुधियाना में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह वर्षा धान की फसल के लिए लाभदायक साबित होगी।
वर्षा के कारण अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जबकि दोपहर में तापमान 34 से 37 डिग्री सेल्सियस रहा।
मोगा में अधिकतम तापमान 33.6, जालंधर में 34.9, और लुधियाना में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह वर्षा धान की फसल के लिए लाभदायक साबित होगी।