ब्रोकरेज फर्म Morgan Stanley ने Swiggy पर ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी है. उन्होंने इसके लिए स्टॉक पर 405 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है. यह टारगेट प्राइस 22 प्रतिशत की बढ़त की संभावना का संकेत देता है. इस स्टॉक में Mutual Funds ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है.

यह टारगेट प्राइस 22 प्रतिशत की बढ़त की संभावना का संकेत देता है.
ब्रोकरेज का टारगेट प्राइस
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने स्टॉक के लिए 405 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जिसका मतलब है कि उन्हें उम्मीद है कि स्टॉक अपने पिछले बंद भाव से 22 प्रतिशत ऊपर जा सकता है. यह टारगेट प्राइस स्विगी के आईपीओ प्राइस 390 रुपये से भी अधिक है.
ब्रोकरेज ने रिपोर्ट में ये कहा
फूड डिलीवरी में बेहतर प्रदर्शन: ब्रोकरेज का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 से 2028 तक स्विगी का फूड डिलीवरी कारोबार हर साल करीब 15.8 फीसदी की दर से बढ़ेगा. कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद यह वृद्धि अपेक्षित है, क्योंकि स्विगी बाजार में स्थिर हिस्सेदारी बनाए रखने में कामयाब हो रही है.
क्विक कॉमर्स में तेजी से वृद्धि: स्विगी की क्विक डिलीवरी सेवा, इंस्टामार्ट, 2025 से 2028 तक प्रत्येक वर्ष अपने कुल ऑर्डर मूल्य में 63 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है. ब्रोकरेज ने कहा कि स्विगी अपने इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में बहुत पैसा लगा रही है और अधिक ग्राहकों को वापस जीत सकती है, खासकर जब से क्विक डिलीवरी के लिए पूरा बाजार उम्मीद से अधिक तेजी से बढ़ रहा है.
वैल्यूएशन का मौका: मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि मार्केट को पता है कि स्विगी बहुत सारा पैसा खर्च कर रही है, लेकिन वे पूरी तरह से नहीं पहचान पा रहे हैं कि भविष्य में इसकी आय कितनी बढ़ सकती है. ब्रोकरेज ने यह भी कहा कि कंसोलिडेटेड प्रॉफिट (ईबीआईटीडीए) के मामले में स्विगी ज़ोमैटो (जिसे अब इटरनल कहा जाता है) से लगभग दो साल पीछे है और ज़ोमैटो की तुलना में फ़ूड डिलीवरी मार्केट में इसकी हिस्सेदारी लगभग 15 प्रतिशत कम है.
स्विगी को वित्तीय वर्ष 2028 तक अपने फूड डिलीवरी बिजनेस से 4.8 प्रतिशत का प्रॉफिट मार्जिन अर्जित करने की उम्मीद है, जबकि ज़ोमैटो को 6 प्रतिशत से अधिक लाभ अर्जित करने की उम्मीद है. अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस में, स्विगी को 2031 तक 2.6 प्रतिशत मार्जिन होने का अनुमान है, जबकि ज़ोमैटो के पास 4.7 प्रतिशत है.
म्यूचुअल फंड ने भी बढ़ाई हिस्सेदारी
ट्रेंडलाइन के मुताबिक, म्यूचुअल फंड ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाया है. म्यूचुअल फंड ने मार्च 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 4.40 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.51 प्रतिशत कर दिया है.
अस्वीकरण : इस लेख में निवेश विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों की तरफ से जानकारी दी गई है, वे इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी का प्रतिनिधित्व नहीं करते. निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले आप सर्टिफाइड एक्सपर्ट से अवश्य सलाह लें.