
ग्रामीण डाक सेवक
– फोटो : गांव जंक्शन
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महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश में डाक विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब महिलाएं अपने बनाए घरेलू, हस्तनिर्मित और हर्बल उत्पादों को घर बैठे पूरे देश में भेज सकेंगी। खास बात यह है कि पार्सल को डाकघर तक ले जाने की जिम्मेदारी डाकिया खुद उठाएगा और यह सेवा पूरी तरह मुफ्त होगी। महिलाओं को केवल पार्सल शुल्क चुकाना होगा, जिससे उनके उत्पादों की मार्केटिंग और बिक्री दोनों आसान हो जाएगी।
डाकिया करेगा घर से मुफ्त पिकअप
धर्मशाला डाक मंडल के अधीक्षक रविंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के उत्पादों को उनके घर से ही फ्री होम पिकअप के माध्यम से डाकघर तक पहुंचाया जाएगा। इससे वे बिना किसी अतिरिक्त खर्च और परेशानी के देशभर के दूरदराज क्षेत्रों तक अपना माल भेज सकेंगी।
इतना होगा शुल्क
- 500 ग्राम तक के पार्सल पर 41 रुपये शुल्क
- वजन बढ़ने पर शुल्क उसी अनुसार तय होगा
- 10,000 रुपये से अधिक मूल्य के पार्सल के लिए महिलाओं को पोस्टपेड भुगतान की सुविधा भी दी जाएगी
महिलाओं के लिए बड़ा बाजार खुलेगा
इस पहल से हिमाचल के हजारों SHG समूहों को अपने उत्पादों को बड़े बाजार तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा। इससे
- बिक्री बढ़ेगी
- ब्रांड पहचान बनेगी
- आय में वृद्धि होगी
- महिलाओं को आर्थिक रूप से अधिक सशक्त बनाने में मदद मिलेगी
डाक विभाग की यह पहल ग्रामीण महिलाओं को उद्यमिता की ओर बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें स्थायी आय का बेहतर माध्यम प्रदान करेगी।



