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संकट मोचन हनुमान मंदिर में श्रद्धा, संगीत और साधना से ओतप्रोत एक अद्वितीय संगीतमय भजन संध्या का आयोजन किया गया। मंदिर प्रांगण में आयोजित यह कार्यक्रम सवा चार घंटे तक चला, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति के सागर में गोता लगाया। कार्यक्रम के दौरान वीर हनुमान, सालासर वाले बालाजी सहित विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना विधिवत रूप से की गई। मंदिर में बाबा का अलौकिक श्रृंगार किया गया, और दीपों की ज्योति के साथ पूरा वातावरण दिव्यता से भर उठा। कार्यक्रम की पूजा-अर्चना का नेतृत्व पंडित रामप्रवेश पांडेय ने किया। मुख्य यजमान के रूप में विनय तरवे उपस्थित रहे। वैदिक मंत्रों के साथ सम्पन्न पूजा और आरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। मंदिर का वातावरण घंटियों, शंख और जयघोष से गुंजायमान रहा। भजन संध्या की शुरुआत नितिन मिश्रा द्वारा सुमधुर गणेश वंदना से हुई। भजन गायिका ममता चौधरी ने गर जोर मेरो चालै, हीरे मोत्या से नजर उतार, सत्यम कुमार ने बजाये जा तू प्यारे हनुमान चुटकी, पंकज केसरी ने भूलूना भूलूना मैं प्यार तुम्हारा, सतेंद्र सिन्हा ने राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में, शुभम मगधीया ने हे दुख भंजन मारुति नंदन, राजेश वर्मा ने प्रेम तुमसे किया तो गलत क्या किया के भजनों से श्रद्धालुओं को झुमने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम का संचालन गिरधारी सोमानी ने सहज और सरस शैली में किया। भजन संध्या श्रद्धा, संगीत और आत्मिक संतोष का ऐसा संगम बनी, जिसे वहां उपस्थित श्रद्धालु लंबे समय तक याद रखेंगे।