डाक विभाग ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ीं महिलाओं को आर्थिक रूप से और आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब ये महिलाएं अपने बनाए गए घरेलू और हर्बल उत्पादों को डाक के माध्यम से देशभर के किसी भी कोने में आसानी से भेज सकेंगी। इस पहल से महिलाओं को अपने उत्पादों के प्रचार और बिक्री में सीधी मदद मिलेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। डाक विभाग की ओर से दी जा रही सुविधा के अनुसार महिलाएं अब अपने उत्पादों को डाकघर तक भेजने के लिए केवल पार्सल शुल्क ही चुकाएंगी।
डाक मंडल धर्मशाला मंडल के अधीक्षक रविंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि डाकिया महिलाओं के उत्पादों को उनके घरों से मुफ्त में डाकघर तक पहुंचाएगा (फ्री होम पिकअप)। इससे महिलाएं दूरदराज के क्षेत्रों तक अपने उत्पाद आसानी से पहुंचा सकेंगी। पार्सल की डिलीवरी फीस वजन के आधार पर तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि 500 ग्राम तक के उत्पाद के लिए 41 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। इसके अलावा महिलाओं को 10,000 रुपये से अधिक मूल्य वाले पार्सल के लिए बाद में भुगतान करने की सुविधा भी मिलेगी। इस पहल से प्रदेशभर में हजारों महिलाओं को अपने उत्पादों की जागरूकता बढ़ाने और उन्हें व्यापक बाजार तक पहुंचाने में मदद मिलेगी, जो उन्हें सशक्त और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का नया अवसर प्रदान करेगी।



