बाड़मेर जिले में मनरेगा श्रमिक अपने घर से मोबाइल एप के जरिए मनरेगा में रोजगार की मांग कर सकेंगे। इसके लिए जिला कलेक्टर टीना डाबी एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनीचामी ने बुधवार को दरूड़ा ग्राम पंचायत से माई नरेगा एप लॉन्च किया। इस दौरान वीसी क
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जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने मनरेगा श्रमिकों के लिए एप विकसित करके सराहनीय पहल की है। अब तक मनरेगा में रोजगार की मांग करने के लिए फार्म संख्या-6 में आवेदन करना पड़ता था। इस नवीन पहल की वजह से श्रमिक अपने घर से मोबाइल एप के माध्यम से रोजगार की मांग कर सकेगा। इससे समय की बचत होगी। उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए यह मोबाइल एप काफी मददगार साबित होगा। कई ग्राम पंचायतों का क्षेत्रफल काफी बड़ा होने के कारण श्रमिकों को ग्राम पंचायत मुख्यालय पहुंचने में अधिक समय लगता है। उनके लिए माई नरेगा एप खासा मददगार साबित होगा।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनीचामी ने कहा कि बाड़मेर जिले में श्रमिकों की सहुलियत के लिए मोबाइल एप विकसित किया गया है। इसके माध्यम से परिवार का कोई भी सदस्य स्वयं एवं अन्य सदस्यों के लिए ऑनलाइन रोजगार की मांग कर सकता है। इसकी प्रभावी मॉिनटरिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसको शुरूआती ट्रायल के दौर पर पांच ग्राम पंचायतों में लागू किया जाएगा। इसके उपरांत अन्य ग्राम पंचायतों में इसको लागू किया जाएगा।
मनरेगा के अधिशाषी अभियंता अक्षय पांचल ने माई नरेगा बाड़मेर एप को डाउनलोड करने के साथ रोजगार की मांग करने की प्रक्रिया के बार में विस्तार से अवगत कराया। इससे पहले दरूड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जिला कलेक्टर टीना डाबी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनीचामी, विकास अधिकारी प्रदीप इनाणिया, सरपंच पेंपी देवी ने माई नरेगा एप लॉन्च किया। इस दौरान अधिशाषी अभियंता रामलाल जैन, सहायक विकास अधिकारी भीमसिंह, ग्राम विकास अधिकारी जगदीश कुमार, एप डवलपर पल्लव जोशी, लेखाकार चंपालाल, एमआईएस मैनेजर नेतसिंह, विनोद खत्री, पोकरराम कुमावत उपस्थित रहे।
माई नरेगा एप की लॉचिंग के समय मनरेगा आयुक्त पुष्पा सत्यानी एवं अतिरिक्त आयुक्त जुगलकिशोर मीणा ने बाड़मेर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनीचामी की अभिनव पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे श्रमिकों को रोजगार की मांग करने में सहुलियत होगी। उन्होंने अन्य जिलों से बाड़मेर की तर्ज पर नवाचार करने की बात कही। इस दौरान मीना देवी समेत अन्य श्रमिकों ने मनरेगा आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त एवं जिला कलेक्टर से अपने अनुभव साझा करते हुए मोबाइल एप डाउनलोड करने एवं रोजगार की डिमांड करने की प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अब उनके लिए आसानी हो गई है। उन्होंने रोजगार के लिए आवेदन लेकर ग्राम पंचायत जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दरूड़ा ग्राम पंचायत कार्यालय में कार्यक्रम के दौरान माई नरेगा एप को लेकर श्रमिकों ने खासा उत्साह दिखाया। विशेषकर महिला श्रमिकों ने खासा उत्साह दिखाते हुए अपने मोबाइल में एप डाउनलोड करने के साथ रोजगार के लिए ऑनलाइन आवेदन भी किया।
क्या है माई नरेगा एप : माई नरेगा एप पर श्रमिक अपनी सुविधानुसार 24 घंटे में कभी भी कहीं बैठे रोजगार के लिए आवेदन कर सकते हैं। श्रमिक को कार्य आवेदन की प्राप्ति रसीद पंजीकृत मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से प्राप्त होगी। इसकी सूचना संबंधित ग्राम विकास अधिकारी की आईडी पर प्रदर्शित होगी। इसकी जिला स्तर से प्रभावी मॉिनटरिंग की जाएगी। मनरेगा श्रमिक की ओर से रोजगार के लिए आवेदन कब-कब किया गया है, इसका विवरण मोबाइल एप्लीकेशन पर उपलब्ध रहेगा। श्रमिक की ओर जॉबकार्ड में सम्मिलित एक से अधिक सदस्यों के लिए अपनी सुविधानुसार कार्य अवधि का चयन कर मांग प्रस्तुत की जा सकेगी।
कैसे काम करेगा माई नरेगा एप : इसके लिए गुगल प्ले स्टोर से माई नरेगा एप डाउनलोड करना होगा। एप को खोलने के बाद जॉब कार्ड में पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज करने होंगे। इसके उपरांत पंजीकृत मोबाइल में माई नरेगा एप लोगिन में 6 अंकों का ओटीपी दर्ज करना होगा। इसके बाद श्रमिकों को अपने जॉबकार्ड पर लगे (यूनिक क्यू आर कोड) क्यू आर कोड को स्कैन करना होगा। इससे माई नरेगा एप का होम पेज ओपन होगा।