Shani Pradosh 2025 ke Upay: प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है, जिसका विशेष महत्व भगवान शिव से जुड़ा है। अगर यह व्रत शनिवार के दिन पड़ता है, तो इसे शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस दिन शिव जी की पूजा और आराधना करने से जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है और साथ ही शनिदोष का नाश होता है। शनि प्रदोष व्रत का शुभ प्रभाव जातकों के जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता लेकर आता है, जिससे उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

साल 2025 में अक्तूबर महीने का पहला शनि प्रदोष आज यानी 4 अक्तूबर को है। आज आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन व्रत एवं पूजा करने से शनिदेव की क्रूर दृष्टि से राहत मिलती है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। शनि प्रदोष व्रत के महत्व को ध्यान में रखते हुए, आज हम आपको कुछ खास उपाय बताएंगे जिनके माध्यम से आप शनि दोष से बच सकते हैं और जीवन में खुशहाली ला सकते हैं।
Shani Dosha: कुंडली में शनि दोष का संकेत देती हैं ये पांच चीजें, जानें कैसे कर सकते हैं इसकी पहचान

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शनि प्रदोष व्रत के दिन काले तिल और सरसों के तेल का दान करना बेहद शुभ माना जाता है।
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काले तिल और सरसों के तेल का दान
शनि प्रदोष व्रत के दिन काले तिल और सरसों के तेल का दान करना बेहद शुभ माना जाता है। यदि आप इन चीजों को जरूरतमंदों को दान करते हैं, तो इससे शनि की क्रूर दृष्टि से राहत मिलती है और जीवन की कई परेशानियों का अंत होता है। यह उपाय शनिदोष को दूर करने में भी अत्यंत प्रभावी है और इससे शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसलिए इस उपाय को नियमित रूप से करना लाभकारी होता है।

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शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और शनिदेव की विशेष पूजा-अर्चना करें।
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काले या नीले रंग के वस्त्र
शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और शनिदेव की विशेष पूजा-अर्चना करें। इस दिन काले या नीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है, जिससे शुभ परिणाम जल्दी देखने को मिलते हैं। पूजा में नीले रंग के फूल चढ़ाना भी शनिदेव को प्रसन्न करता है, जिससे आपके जीवन में शांति और समृद्धि बनी रहती है। इस सरल लेकिन असरदार उपाय से शनि देव की कृपा बनी रहती है और सभी बाधाएं दूर होती हैं।

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शनिदेव के प्रभावशाली मंत्रों का जाप
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शनिदेव के प्रभावशाली मंत्रों का जाप
यदि आप शनि प्रदोष व्रत पर कोई विशेष उपाय नहीं कर पा रहे हैं तो शनिदेव के प्रभावशाली मंत्रों का जाप जरूर करें। ये मंत्र शनि दोष को खत्म करने और शनिदेव की प्रसन्नता प्राप्त करने में मदद करते हैं। कुछ प्रभावशाली मंत्र इस प्रकार हैं-
- “ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः”
- “ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये।”
- “ऊँ शं शनैश्चाराय नमः”
- “नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्। छायामार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।”
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