अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम ने लगातार दूसरी बार खिताब जीता (फरवरी-2025)
भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम ने टी20 विश्व कप में लगातार दूसरी बार खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। इस टूर्नामेंट की शुरुआत 2023 में हुई थी और पहले ही संस्करण में शेफाली वर्मा की कप्तानी में भारत ने चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। दो साल बाद, दूसरे संस्करण में निकी प्रसाद की कप्तान में टीम इंडिया ने अपना दबदबा कायम रखते हुए खिताब पर कब्जा जमाया। फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 20 ओवर में महज 82 रन पर रोक दिया गया। जवाब में भारत ने 11.2 ओवर में एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। गोंगाड़ी त्रिशा ने तीन विकेट लेने और नाबाद 44 रन बनाने के साथ ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट दोनों अवॉर्ड अपने नाम किए।
महिला वनडे क्रिकेट टीम ने पहली बार विश्व कप जीता (नवंबर-2025)
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 52 साल के महिला वनडे विश्व कप इतिहास में पहली बार खिताब जीतकर नया अध्याय लिख दिया। 2025 विश्व कप के फाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराया। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 50 ओवर में सात विकेट पर 298 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका 246 रन पर सिमट गई। भारत की इस जीत की असली नायिका दीप्ति शर्मा रहीं, जिन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट चटका कर मैच को भारत की ओर मोड़ दिया। द. अफ्रीका की कप्तान एल वोल्वार्ट की 101 रन की पारी भी टीम को जीत नहीं दिला सकी।
भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम बनी पहली टी20 विश्व चैंपियन (नवंबर-2025)
भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम ने इतिहास रचते हुए पहले टी20 विश्व कप का खिताब जीत लिया। कोलंबो में खेले गए फाइनल में भारत ने नेपाल को सात विकेट से हराया। पहले बल्लेबाजी करते हुए नेपाल की टीम पांच विकेट पर 114 रन ही बना सकी। जवाब में भारतीय टीम ने 12 ओवर में तीन विकेट पर 117 रन बनाकर आराम से लक्ष्य हासिल किया और इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट की पहली चैंपियन बनी।
विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स में चमकीं महिलाएं (नवंबर-2025)
विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स 2025 में भारतीय मुक्केबाजों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया और कुल 20 पदक अपने नाम किए, जिनमें नौ स्वर्ण, छह रजत और पांच कांस्य पदक रहे। महिला वर्ग में मीनाक्षी हुड्डा (48 किग्रा), निकहत जरीन (51 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा), जैस्मिन लैम्बोरिया (57 किग्रा), अरुंधति चौधरी (70 किग्रा), नूपुर शेओरेन (80+ किग्रा), प्रवीण (60 किग्रा), पूजा रानी (80 किग्रा), नीरज फोगाट (65 किग्रा) और सावित्री बूरा (75 किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीते।







